आज के समय में अगर आप बहुत दुबले पतले है तो ये आपके लिए बहुत ही निंदनीय है क्योकि इंसान की फिट,तंदुरुस्त बॉडी ही उसकी धरोहर होती है क्योकि आज की भाग दौड़ भरी जिंदगी में सब व्यस्त है दिन भर की कड़ी मेहनत उसके बाद पुरे परिवार की जिम्मेदारी होती है। जिसके शरीर में ताकत नहीं होती वो चिड़चिड़ा हो जाता है उसका काम में मन भी नहीं लगता और जल्दी थक जाता है। और चिड़चिड़ेपन की वजह से लोगो की सबसे अनबन होती रहती है, और समाज में इज्जत नहीं मिलती।
अब आप सोच रहे होंगे की क्यों होता है ऐसा? हम तो बहुत अच्छे अच्छे पकवान खाते है पर फिर भी इतने कमजोर क्यों है हमारी बॉडी ग्रोथ क्यों नहीं करती तो आइये जानते है इसके बारे में आप कुछ लोग लाख कोशिश करते है अपनी बॉडी बनाने की पर सफल नहीं होते खूब खाते है पर खाना उनके शरीर को नहीं लगता क्योकि उनका पाचन तंत्र सही नहीं होता और पाचन क्रिया ठीक से न होने की वजह से भोजन के प्रोटीन इंसान को ठीक तरीके से नहीं मिलती जब कोई भोजन करता है तो पाचन क्रिया द्वारा दो हिस्से में बट जाता है "सार" और "मल" ,भोजन से जो आपके शरीर को ऊर्जा मिलती है जरुरी बिटामिंस मिलते है वो सार होता है और जो अपशिष्ट शरीर से बाहर निकल जाता है उसे "मल" कहते है।
सार का जरुरी मात्रा में न मिलना ही इंसान की कमजोरी का मुख्य कारण होता है. इसके साथ साथ शरीर के दुर्बल होने के अन्य भी कई कारण है जो निम्न है आइये जानते है उनके बारे में और उनसे होने वाले नुकसान।
मानसिक तनाव
अनुचित भोजन
अधूरी नींद
शरीर में विटामिन्स की कमी
शरीर में रक्त कणिकाओं (खून )की कमी
शराब आदि नशीली चीजों का सेवन करना
अनुवांशिक लक्षण
मानसिक तनाव:- तनाव में इन्सान को भूख नहीं लगती और दूसरा - वो जो भी खाता है वो पचता नहीं है। इसके कारण इरिटेबल बाउल सिन्ड्रॉम (IBS) जैसे डिस्ऑर्डर पैदा होते हैं। IBS से सबसे ज्यादा नुकसान बड़ी आंत को होता है।
अनुचित भोजन :- अनुचित भोजन जैसे आप ज्यादातर फ़ास्ट फ़ूड खाते है जिससे आपकी पाचन क्रिया ख़राब हो जाती है और आपके शरीर को उचित मात्रा में कैलोरी नहीं मिल पाती है।
अधूरी नींद :- नींद पूरी ना होने से शरीर के हार्मोन असंतुलित हो जाते हैं स्वास्थ्य तो खराब होता ही है।जल्दी ही दिल की बीमारियों के शिकार हो सकते हैं।
शरीर में विटामिन्स की कमी :- शरीर में विटामिन्स की कमी से इंसान की बॉडी ग्रो नहीं करती और कुपोषण का शिकार हो जाती है।
अनुवांशिक लक्षण :- अगर आपके माता-पिता में से कोई एक या फिर दोनों अत्यधिक दुबले होते है तो उनके अंश होने के अनुसार आपमें भी वही हार्मोन्स होते है जो आपके माता पिता में है दुबली होने की वजह से बचपन में आपके माता से आपको उचित मात्रा में आहार नहीं मिल पाता जिसके फलस्वरूप आप भी दुबले हो जाते है।
शरीर में श्वेत रक्त कणिकाओं (खून )की कमी :- रक्त में लौह तत्वों की कमी होने से शारीरिक दुर्बलता बढ़ती है। और शरीर में बीमारिया घर बना लेती है।
शराब आदि नशीली चीजों का सेवन करना :- बहुत अधिक अल्कोहल का सेवन करने वाले लोगों को पेट फूलना, दस्त, मलत्याग में तेज दर्द, अल्सर या बवासीर आदि परेशानी भी हो सकती है। शराब आपके दिल और फेफड़ों को प्रभावित कर सकती है। और भूख भी नहीं लगती जिसके कारण शरीर का विकास नहीं होता है।
ये सभी कारण है इंसान के दुबले और कमजोर होने का जिससे छुटकारा पाने के लिए वो केमिकल्स वाली दवाओ का प्रयोग करने लगते है जो कुछ दिन के लिए असर दिखाता है पर उसका असर लम्बे समय तक नहीं रहता और शरीर पिचके हुए गुब्बारे जैसा दिखने लगता है और कई तरह के साइड इफेक्ट का खतरा रहता है। पर आपने सुना होगा अधूरा ज्ञान जान का खतरा उनको ये पता नहीं होता की इन सभी समस्याओ को आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों की सहायता से प्राकृतिक तरिके से ठीक किया जा सकता है।
आयुर्विज्ञान के विशेषज्ञों ने अश्वगंधा ,विदारी ,श्वेत मूसली ,कौंचा ,इलायची ,गिलोय ,गोखुरा ,सत्व,सतावरी जैसे दिव्य जड़ी बूटियों की विशेषता बतायी है और हमारे आयुर्वेदाचार्यो ने इसे मिला कर एक दिव्य आयुर्वेदिक दवा तैयार किया है जिसे अश्वारिन पाउडर नाम दिया जो आपको प्राकृतिक तरीके से वजन बढ़ाने में मदद करती है जो आपके पाचन क्रिया को ठीक करती है जिससे आप जब भोजन करते है वो आपके शरीर में लगता है। नीद पूरी होती है तो मानसिक तनाव से शांति मिलती है.श्वेत रक्त कणिकाओं का निर्माण होता है जिससे आपके बॉडी में शुक्र धातु की पूर्ति होती है और मांस धातु में बृद्धि होती है जिससे आपकी बॉडी प्राकृतिक तरीके से मजबूत होती है।
आयुर्विज्ञान के विशेषज्ञों ने अश्वगंधा, शतावरी, कौचा, विदारी, गोखरू, सुनथी,जैसे दिव्य जड़ी बूटियों की विशेषता बतायी है और हमारे आयुर्वेदाचार्यो ने इसे मिला कर एक दिव्य आयुर्वेदिक दवा तैयार किया है जिसे “अश्वरीन प्लस” नाम दिया जो आपको प्राकृतिक तरीके से वजन बढ़ाने में मदद करती है जो आपके पाचन क्रिया को ठीक करती है जिससे आप जब भोजन करते है वो आपके शरीर में लगता है। नीद पूरी होती है तो मानसिक तनाव से शांति मिलती है.श्वेत रक्त कणिकाओं का निर्माण होता है जिससे आपके बॉडी में शुक्र धातु की पूर्ति होती है और मांस धातु में बृद्धि होती है जिससे आपकी बॉडी प्राकृतिक तरीके से मजबूत होती है।
“अश्वरीन प्लस” के फायदे:-
अश्वरीन प्लस में अश्वगंधा, शतावरी, कौचा, विदारी, गोखरू, सुनथीजैसी आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियाँ मौजूद हैं।
अश्वगंधा भूख को बढ़ाने में मदद करता है।
विदारी बलवृद्धि में मदद करती है।
कौचा तनाव कम करता है, और वजन बढ़ाने में मदद करता है।
गोखरू मांसपेसियों को मजबूत करने में मदद करता है।
यह शरीर को सप्त धातुओं का पोषण प्रदान करती है।
यह शरीर को हस्त-पुस्ट और बलवान बनाने में मदद करता है।
अश्वरीन प्लस दुर्बल्य, अनुत्साह और शारीरिक थकावट की समस्या को ख़त्म करता है।
अश्वरीन प्लस एक आयुर्वेदिक उत्पाद है जिसका कोई साइड इफेक्ट नहीं है।
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